इंदिरा वन मितान योजना 2020 | इंदिरा वन मितान योजना क्या है | इंदिरा वन मितान योजना के क्या फायदे होंगे | Indira van mitan yojna 2020 |
वनवासियों के विकास व रोजगार के अवसर बढ़ाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा एक नई योजना शुरू की जा रही है जिसके तहत राज्य में वन क्षेत्रों के निवासियों के विकास के लिए कई काम किए जाएंगे। इस नई योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में वन क्षेत्रों के निवासियों और गांवों को आत्मनिर्भर बनाना है। इंदिरा वन मितान योजना को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा विश्व आदिवासी दिवस यानी 9 अगस्त 2020 को आरम्भ करने की घोषणा की।
इंदिरा वन मितान योजना क्या है :-
इस योजना के छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्रों के 10000 गांवों को शामिल किया जायेगा। इन चिन्हित गांवों के स्थानीय युवकों का समूह बनाया जायेगा जिनके द्वारा वनो की सभी आर्थिक गतिविधियों को चलाया जायेगा। इस योजना के अनुसार प्रत्येक आदिवासी तहसील में वनोपज प्रोसेसिंग सेंटर भी बनाया जायेगा हर सेंटर को बनाने में 100000 का खर्च आएगा। इसके लिए सरकार द्वारा 8 करोड़ 50 लाख का बजट प्रस्तावित है। इस योजना के अंतर्गत बने हुए समिति के पास वनोपज खरीदी से आर्थिक लाभ कमाने का मौका मिलेगा।
इस योजना से वनवासी वन्य उत्पाद जैसे महुआ,तेंदूपत्ता,हर्रा,बेहड़ा,चार,औषधीय जड़ी बूटी,फल,बीज,टोरी,सरई फूल,तेन्दु,नीम आदि स्थानीय समूहों को सीधा बेच सकते है।
इंदिरा वन मितान योजना के क्या फायदे होंगे :-
इंदिरा वन मितान योजना से वनवासियों के जीवन में व्यापक प्रभाव पड़ेगा इसके मुख्य लाभ इस प्रकार है-
- वनवासियों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
- वनों से प्राप्त उत्पाद का उचित दाम मिलेगा।
- वनोपज की खरीदी में वृद्धी।
- वनोपज प्रोसेसिंग सेंटर की स्थापना।
- 31 प्रकार के वन उत्पाद की खरीदी पहले यह संख्या केवल 7 थी।
- फलदार व औषधीय पेड़ पौधे लगाए जायेंगे।