KESHKAL VALLEY BASTAR CHHATTISGARH केशकाल घाटी के बारे में जानकारी
घाटी के मध्य से गुजरने वाला 4 कि.मी. का राजमार्ग तथा इस पर स्थित 12 घुमावदार मोड़ यहाँ से गुजरने वालों के मन में उत्साह एवं रोमांच भर देते है। मार्ग के किनारे तेलिन सती माता का मंदिर स्थित है एवं कुछ दूर भंगाराम माई जो न्याय की देवी मानी जाती हैं उनका पवित्र स्थल स्थित है। तेलिन सती मां मंदिर में यात्री रूककर माता का दर्शन तथा क्षणिक विश्राम कर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करते है। ऐसी मान्यता है की माता का दर्शन करके यात्रा पर निकलने से यात्रा सुखद होती है।
केशकाल घाटी का इतिहास :-
1910 में अंग्रेजों ने इस घाटी पर सड़क बनवाई थी। बस्तर और दक्षिण भारत से समूचे छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली इस अकेली सड़क पर है केशकाल घाटी बरसात के दिनों में बड़े पत्थरों के रोड में गिरने से यहाँ बहोत लम्बा जाम लग जाता है यात्री वाहक गाड़ियों के साथ साथ मालवाहक गाड़ियों के लिए भी सिर्फ यही एक रास्ता है, इस परेशानी को दूर करने के लिए पीडब्ल्यूडी और नेशनल हाईवे 11.5 किमी लंबा नया बाइपास बनाने जा रहे हैं। कांकेर की ओर से जाएं तो नया बाइपास घाट से कुछ पहले शुरू होगा और सिर्फ दो मोड़ के साथ नेशनल हाईवे पर केशकाल से एक किमी आगे मिल जाएगा।
2 thoughts on “केशकाल घाटी बस्तर छत्तीसगढ़”