डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना | Dr. Khoobchand Baghel Swasthya Sahayata Yojana 2020
दोस्तों अगर आप पहले स्वास्थ्य सहायता योजना का लाभ ले रहे हैं| तो उसको लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने एक अपडेट जारी की है। जिसमें डॉ खूबचंद बघेल ने बताया की इस योजना के लिए आपको पहले स्मार्ट कार्ड की जरूरत होती थी अब इसमें बदलाव किया है जिसमें स्मार्ट कार्ड की जगह कोई भी शासकीय पहचान पत्र के जरिए आप स्वयं सहायता योजना का लाभ ले सकते हैं इसकी पूरी जानकारी आर्टिकल में दूंगा आप यह आर्टिकल पूरा पढ़ें।
अगर कोई भी परिवार या मरीज अपना इलाज कराना चाहता है तो उसको राशन कार्ड आधार कार्ड अथवा कोई भी शासकीय पहचान पत्र लेकर अस्पताल में जाना होगा अब मरीज व उनके परिजनों को पंजीकृत अस्पतालों में फ्री इलाज के लिए राशन कार्ड के अलावा पहचानपत्र के रूप में प्राथमिक, अंत्योदय राशन कार्ड व आधार कार्ड व ड्राइविंग लाइसेंस जैसे कोई न कोई शासकीय पहचान पत्र लेकर जाना पड़ेगा राज्य सरकार मरीजों की पहचान नए तरीके से करेगी। जिसके लिए सॉफ्टवेयर बनाया गया है जहाँ पर राज्ये के परिवारों का डाटा अपलोड किया जा चूका है।
डाॅ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना लागू होने के पहले अस्पतालों व कियोस्क सेंटरों में ई-कार्ड बनाने का काम चल रहा था। इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो चुका है। पहले बने हुए ई-कार्ड में किसी तरह की परेशानी आने पर लोग अस्पताल व कियोस्क सेंटर में जाकर ई-कार्ड में सुधार व बदलाव करा सकेंगे। उन्हें पुराने के बदले नए कार्ड जारी किए जाएंगे।
सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण 2011 के हितग्राहियों को मिलता रहेगा लाभ समाजिक आर्थिक सर्वेक्षण 2011 के अनुसार ही हितग्राहियों को योजना का लाभ मिलेगा | राज्य सरकार ने राशन कार्ड के साथ कोई एक शासकीय पहचान पत्र लाना अनिवार्य किया गया है |
छत्तीसगढ़ के सरकारी अस्पतालों में जिन रोगों का इलाज हो सकता है, उनका निजी अस्पतालों में इलाज कराने पर भुगतान नहीं किया जाएगा। इन बीमारियों को सरकार ने निजी अस्पतालों की मुफ्त इलाज की योजना- डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना से बाहर कर दिया है। सरकार का तर्क है कि सरकारी अस्पतालों में जिन रोगों के इलाज की पूरी व्यवस्था है तो उनके लिए निजी अस्पतालों को भुगतान क्यों करें। नयी योजना के अन्तर्गत दिल, किडनी और हड्डी के साथ-साथ लगभग हर गंभीर बीमारी का इलाज सरकारी अस्पतालों में बिल्कुल मुफ्त किया जायेगा, इसलिए डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत इन बीमारियों के इलाज के लिए निजी अस्पतालों को भुगतान नहीं किया जायेगा।
फ्री इलाज की खास बातें-
सामाजिक, आर्थिक व जातीय सर्वे सूची में नाम होने पर भी।
सभी राशनकार्ड पर किया जाएगा पंजीकृत अस्पतालों में इलाज।
सर्वे सूची यानी एसईसीसी में नाम नहीं, उनके बनेंगे ई-कार्ड।
पंजीकृत अस्पतालों में बनाए जाएंगे ई-कार्ड
राशनकार्डधारी परिवारों को किसी सदस्य के बीमार पड़ने पर वे पंजीकृत सरकारी व निजी अस्पतालों में जाकर ई-कार्ड बनवा सकेंगे। इसके लिए उन्हें ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। तत्काल बनाकर दिया जाएगा। परिवार बीपीएल श्रेणी में होगा तो 5 लाख व एपीएल होने पर 50 हजार तक का लाभ इलाज के दौरान मिलेगा।
डॉ. खूबचंद योजना को राशन कार्ड से जोड़ने से अब 65 लाख परिवारों को फ्री इलाज का लाभ मिल रहा है। पहले स्मार्ट कार्ड से 61 लाख लोगों को लाभ मिल रहा था। 56 लाख प्राथमिकता व अंत्योदय राशन कार्ड वालों को पांच लाख व बाकी परिवार हर साल 50 हजार का फ्री इलाज करा सकेंगे। राशन कार्ड अस्पताल ले जाना अनिवार्य नहीं है। कोई भी सरकारी पहचानपत्र दिखाकर इलाज करवा सकते हैं, अगर अस्पताल के डाॅटाबेस में उस मरीज का नाम है ताे उपचार हाेगा।
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