बस्तर बोड़ा | कहाँ मिलता है | क्यों प्रसिद्ध है बोड़ा | कैसे निकालते है बोड़ा |
बस्तर बोड़ा की पूरी जानकारी
छत्तीसगढ़ में मानसून के आगमन के साथ ही आपने बस्तर बोड़ा का जिक्र सुना ही होगा। दोस्तों
इस पोस्ट में आपको बस्तर बोड़ा के बारे में कुछ रोचक जानकारी मिलने वाली है अंत तक
पढियेगा।
बस्तर बोड़ा [bastar sarai boda]:-
राज्यों में अन्य नामों से जाना जाता है। छत्त्तीसगढ़ में बोड़ा को
सरई बोड़ा ,सरगी बोड़ा ,सरगी फुटु ,बोड़ा ,बस्तर बोड़ा,पतरस पुटु आदि नामों से
जाना जाता है। अन्य राज्यों में इसे कटरुआ ,पुटपुरा ,रुगडा,सफड़ा आदि नामों
से जाना जाता है।
कहाँ मिलता है बोड़ा [Where do you get boda] :-
बोड़ा जमीन से थोड़ा अंदर होता है और यह सिर्फ साल यानि सरई [Scientific name: Shorea robusta] पेड़ के नीचे पाया जाता है
साल या सरई छत्तीसगढ़ का राजकीय वृक्ष भी है। बोड़ा फफूंद यानि फंगस
प्रजाति का सब्जी है। यह मानसून के सीजन में साल के जंगलों में प्राकृतिक रूप
से उगता है इसे बीज या अन्य किसी तरीके से नहीं उगाया जा सकता जिसके कारण
बोड़ा की विशेषता व मांग बहुत ज्यादा रहती है। बस्तर के ग्रामीण मानसून में
बोड़ा निकालकर बाजारों में बेचते है यह काफी महंगा होता है।
क्यों प्रसिद्ध है बोड़ा [Why is Boda famous?]:-
अपने अनोखे स्वाद के चलते यह प्रसिद्ध है। जहां अन्य सब्जियां सभी बाजारों
में मिल जाती है वही बोड़ा मानसून में मात्र 2 महीने में मिलता है वह भी
बाजारों में भारी डिमांड के कारण हर जगह नहीं पहुँच जाता। डिमांड ज्यादा होने
के कारण यह महंगा होता है बात की जाये वर्तमान की तो यह 800/kg तक बिका है।
शुरुवाती दिनों में बोड़ा सफ़ेद रंग का होता है जो नरम व ज्यादा स्वादिष्ट होता
है समय के साथ यह कठोर व काला हो जाता है।
कैसे निकालते है बोड़ा [How to find boda]:-
बरसात के बाद धुप निकलने से उमस के कारन बोड़ा को उगने के लिए उचित वातावरण
मिलता है। यह जमीन से थोड़े ही नीचे होता है बोड़ा का रंग मटमैला होता है जिसके
कारण मिटटी में इसे खोजना मुश्किल होता है। जहा बोड़ा होता है वहां जमीन पर
हल्का उभार देखा जा सकता है। यह दो तरह का होता है जात बोड़ा तथा
राग बोड़ा ,लाखड़ी बोड़ा।
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baster ka mashrum